सोने के दरवाजों का निर्माण: अयोध्या के राम मंदिर में भव्य योजना
अयोध्या के राम मंदिर में सोने के दरवाजे का पहला निर्माण संपन्न हो चुका है। इन दरवाजों का निर्माण हैदराबाद की एक 100 साल पुरानी कंपनी, अनुराधा टिंबर द्वारा किया गया है। इन दरवाजों की नक्काशी और डिज़ाइन तमिलनाडु के कारीगरों ने की है। इसके लिए अयोध्या में विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया गया था।
इन सोने के दरवाजों पर हिंदू धर्म के प्रतीकों का नक्काशी उकेरा गया है, जो मंदिर को और भी भव्य बनाता है। दरवाजों पर नागर शैली के निर्माण की भी झलक है। ये दरवाजे भगवान राम के मंदिर के मुख्य द्वार के रूप में स्थापित किए जा रहे हैं।
राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ, भगवान राम के भक्त भी उनके आगमन की तैयारी में जुट गए हैं। अपने-अपने अंदाज में भगवान के लिए विभिन्न प्रकार के उपहार लेकर श्रद्धा भक्ति जता रहे हैं।
इसके साथ ही, राम मंदिर के निर्माण में जुटे कलाकारों ने भी अपनी महान कला का प्रदर्शन किया है। गाजियाबाद के मूर्तिकार अनिल सुतार ने जटायु की विशाल मूर्ति का निर्माण किया है, जो की 8 फीट ऊंची है।
Question and Answer
प्रश्न: “सोने के दरवाजे का निर्माण किसने किया है?”
उत्तर: “सोने के दरवाजे का निर्माण हैदराबाद की एक 100 साल पुरानी कंपनी, अनुराधा टिंबर द्वारा किया गया है।”
प्रश्न: “कौन कौन से प्रतीक और नक्शा मंदिर के दरवाजों पर बने हैं?”
उत्तर: “मंदिर के दरवाजों पर हिंदू धर्म के प्रतीकों का नक्काशी उकेरा गया है, जो मंदिर को और भी भव्य बनाता है।”
प्रश्न: “क्या मंदिर के दरवाजे और नक्शा में कोई विशेषता है?”
उत्तर: “हाँ, दरवाजे भगवान राम के मंदिर के मुख्य द्वार के रूप में स्थापित किए जा रहे हैं।”
प्रश्न: “क्या अन्य सोने के दरवाजों की तैयारी भी हो रही है?”
उत्तर: “हाँ, इसके अलावा भव्य दरवाजों के निर्माण की तैयारी भी हो रही है।”
प्रश्न: “क्या मंदिर निर्माण के अलावा अन्य कार्यक्रम हो रहे हैं?”
उत्तर: “जी हां, भगवान राम के भक्त भी उनके आगमन की तैयारी में जुट गए हैं और भगवान के लिए विभिन्न प्रकार के उपहार लेकर श्रद्धा भक्ति जता रहे हैं।