अयोध्या मंदिर: चार नए द्वार और अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय की योजनाएँ और मंथन
अयोध्या मंदिर: अयोध्या में राम मंदिर के चारों ओर नए द्वार बनाए जाएंगे, जिनमें मुख्य द्वार रामजन्मभूमि पथ पर होगा। इसके साथ ही, रामकथा संग्रहालय को अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय बनाने की योजना बनाई जा रही है, जो दिसंबर तक पूरी होगी।
मंदिर में प्रवेश का मुख्य द्वार जन्मभूमि पथ पर होगा, लेकिन इसके अलावा चारों दिशाओं में अलग-अलग चार द्वार बनाए जाएंगे। इस योजना को भवन निर्माण समिति के अनुमोदन के बाद हरीझंडी दे दी गई है। यूपीआरएनएन को इस परियोजना का जिम्मा सौंपा गया है। उनके अभियंता स्थानों की नाप-जोख के साथ आगणन तैयार करेंगे और डिजाइन प्रस्तुत करेंगे। डिजाइन को स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी।
रामकथा संग्रहालय को विकसित करने की योजना भी बनाई जा रही है, जो दुनिया के खूबसूरत संग्रहालयों में से एक बनने की उम्मीद है। इसमें भगवान राम के अतिरिक्त अयोध्या की विशेषताओं को प्रदर्शित किया जाएगा। इसका मास्टर प्लान तैयार करने का दायित्व राष्ट्रीय संग्रहालय दिल्ली के चीफ क्यूरेटर को सौंपा गया है।
निर्माण के दौरान निगरानी हर 15 दिवस में भवन निर्माण समिति की ओर से की जाएगी।
Question and answer
1. मंदिर के नए द्वार कहाँ होंगे?
अयोध्या मंदिर में चार नए द्वार बनाए जाएंगे, जिनमें मुख्य द्वार रामजन्मभूमि पथ पर स्थित होगा।
2. कौन संगठन मंदिर के नए द्वारों की योजना बना रहा है?
यह योजना भवन निर्माण समिति और उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) द्वारा बनाई जा रही है।
3. मंदिर के संग्रहालय का उद्देश्य क्या है?
संग्रहालय का मुख्य उद्देश्य भगवान राम और अयोध्या की विशेषताओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करना है।
4. संग्रहालय का निर्माण कब पूरा होगा?
निर्माण की प्रक्रिया दिसंबर 2024 तक पूरी होने की उम्मीद है।
5. नए द्वारों का निर्माण किस दिशा में किया जा रहा है?
नए द्वारों का निर्माण भिन्न-भिन्न दिशाओं में किया जा रहा है, ताकि मंदिर का प्रवेश बढ़ाया जा सके।