अयोध्या: रामजन्मभूमि पर निर्णय और व्यवस्था
राम मंदिर अयोध्या: शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र समन्वय समिति की बैठक ने राम मंदिर में दर्शन के बाद श्रद्धालुओं के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। अब से रामजन्मभूमि के अंदर जाने वाले श्रद्धालु इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, बैग, मोबाइल और प्रसाद लेकर नहीं जा सकेंगे। दर्शन के बाद, रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा निर्धारित निकास मार्ग पर श्रद्धालुओं को प्रसाद मिलेगा।
इस बैठक में यह भी तय किया गया कि दिव्यांग और वृद्ध दर्शनार्थियों के लिए गोल्फ कॉर्ट की सुविधा उपलब्ध रहेगी। बैठक के अध्यक्ष कमिशनर गौरव दयाल ने बताया कि श्रद्धालुओं को बेहतर ढंग से दर्शन कराने के लिए सुरक्षा और व्यवस्था को मजबूत किया गया है।
इसके साथ ही, दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल रखने की व्यवस्था को और सुव्यवस्थित करने का निर्णय लिया गया है, ताकि दर्शन में कम से कम समय लगे। सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं और स्थानीय पुलिस के साथ सीआरपीएफ व पीएसी के जवान भी तैनात किए गए हैं।
इसके साथ ही, सभी को समझाया गया है कि रामभक्तों के साथ मित्र भाव से व्यवहार किया जाएगा और श्रद्धालुओं की सभी जिज्ञासाओं का समाधान प्रशासन और पुलिस द्वारा किया जाएगा।
Question and Answer
1. क्या श्रद्धालु इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर रामजन्मभूमि में दर्शन कर सकते हैं?
नहीं, अब से श्रद्धालु इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, बैग, मोबाइल, और प्रसाद लेकर रामजन्मभूमि में दर्शन करने की अनुमति नहीं है।
2. दर्शन के बाद श्रद्धालु को कैसे मिलेगा प्रसाद?
दर्शन के बाद, रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा निर्धारित निकास मार्ग पर श्रद्धालुओं को प्रसाद मिलेगा।
3. दिव्यांग और वृद्ध दर्शनार्थियों के लिए कौन-कौन सी सुविधाएं हैं?
इन श्रद्धालुओं के लिए गोल्फ कॉर्ट की सुविधा उपलब्ध है।
4. कैसे होगी श्रद्धालुओं की सुरक्षा?
व्यापक प्रबंध और स्थानीय पुलिस, सीआरपीएफ और पीएसी के जवानों के साथ सुरक्षा के लिए उच्च स्तरीय प्रबंध किया गया है।
5. श्रद्धालुओं की जिज्ञासाओं का समाधान कैसे होगा?
प्रशासन और पुलिस द्वारा तैनात अधिकारी श्रद्धालुओं की सभी जिज्ञासाओं का समाधान करने के लिए उपस्थित होंगे।