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Maha Shivratri 2024: रामजन्मभूमि में कैसे मनाई जाएगी शिवरात्रि
Maha Shivratri 2024: राम जन्मभूमि परिसर में स्थित प्राचीन कुबेर टीला पर 20 साल के बाद शिवरात्रि उत्सव को भव्यता से मनाने की योजना बनी है। यहां धन के देवता कुबेर की पूजा की गई थी और इस स्थान का ऐतिहासिक महत्व है। इस अद्भुत और पवित्र स्थल के प्रति लोगों की आस्था और विश्वास अग्रणी है।
उत्सव की तैयारियाँ
8 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन कुबेरेश्वर महादेव मंदिर पर वैदिक आचार्य के द्वारा रुद्राभिषेक अनुष्ठान किया जाएगा। इस दौरान भगवान रामलला की रजत प्रतिमा के रूप में भी दर्शन करने का अवसर होगा।
इतिहास और परंपरा
कुबेर टीला एक प्राचीन स्थल है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का धारक है। इसे राम जन्मभूमि परिसर में भी स्थिति दी जाती है। 1992 में अधिग्रहण के दौरान टीले को भी परिसर की हद में शामिल कर लिया गया था। परंपरा के तहत, महाशिवरात्रि के दिन यहां एक विशाल मेला आयोजित किया जाता था।
मेले की बाधा
2005 में आतंकवादी हमलों के कारण, मेले को बंद कर दिया गया था। लेकिन अब, इस महत्वपूर्ण स्थल पर पुनः उत्सव की तैयारियाँ की जा रही हैं।
आस्था और विश्वास
यहां की आस्था और विश्वास बहुत गहरे हैं। लोग यहां शिव और राम की पूजा करते हैं, जो इस स्थल के महत्व को और भी बढ़ाता है।
समापन
कुबेर टीले का ऐतिहासिक महत्व और महाशिवरात्रि के उत्सव का पुनर्जीवन होने के साथ, इस स्थल पर धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जा रहा है। यह स्थल धनपति कुबेर की पूजा के लिए भी जाना जाता है।
Question and Answer
प्रश्न: क्या कुबेर टीला का ऐतिहासिक महत्व है?
उत्तर: हां, कुबेर टीला का ऐतिहासिक महत्व है। यह एक प्राचीन स्थल है और राम जन्मभूमि परिसर में स्थित है।
प्रश्न: क्या महाशिवरात्रि के उत्सव का आयोजन किया जाएगा?
उत्तर: हां, महाशिवरात्रि के उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस दिन कुबेरेश्वर महादेव मंदिर पर वैदिक आचार्य के द्वारा रुद्राभिषेक अनुष्ठान किया जाएगा।
प्रश्न: क्या कुबेर टीले पर पूजा का अनुष्ठान होगा?
उत्तर: हां, कुबेर टीले पर पूजा का अनुष्ठान होगा। इस अवसर पर भगवान रामलला की रजत प्रतिमा के रूप में भी दर्शन करने का अवसर होगा।