सूर्पनखा प्रसंग

श्री राम का पंचवटी में प्रवेश सूर्पनखा प्रसंग में प्रभु श्री राम ने नासिक के लिए चित्रकूट से प्रस्थान किया। मार्ग में अत्री जी मिले, सरभंग जी मिले, सुतीक्ष्ण जी मिले। सुतीक्ष्ण जी के साथ गए और अगस्त जी से भेंट की और अगस्त जी के कहने पर पंचवटी में आकर नासिक के पास रहने लगे। रास्ते में सरभंग जी के साथ राम जी चले तो अस्तियों का ढेर लगा था। राम जी ने पूछा यह अस्तियां किसकी है। तभी मुनि कहते हैं, प्रभु यह आपके भक्तों की अस्तियां हैं। निशाचर आते हैं और उन्हें खाकर चले जाते हैं। उसी समय प्रभु ने प्रण किया कि मैं निशाचारों को पृथ्वी से समाप्त कर दूंगा। पंचवटी गए यहां पर लक्ष्मण जी ने प्रभु से पांच प्रश्न पूछे हैं। प्रभु ज्ञान क्या है, भक्ति क्या है, माया क्या है, ईश्वर-जीव में भेद क्या है, प्रभु बैरागी क्या है। राम जी ने उत्तर दिया। सूर्पनखा को लक्ष्मण जी ने नाक कान विहीन किया तब तक रावण की बहन सूर्पनखा चली आई है। प्रभु श्री राम से कहती है मैं 14 भवन घूम कर आई हूं ना तुम्हारे जितना सुंदर पुरुष मिला है। ना मेरे जितनी सुंदर कोई स्त्री है। हम तुम मिले हैं, यूं ही नहीं मिले हैं। ऊपर वाले की रचना है।आओ शादी कर ले। प्रभु कहते हे मेरा छोटा भाई उधर कुमार है। आप उससे विवाह कर सकती हो। गई लक्ष्मण जी के पास और लक्ष्मण जी से जाकर कहने लगी कि मुझे आपसे विवाह करना है। लक्ष्मण जी पूछे क्यों? कहती है मुझे रानी बना है। तभी लक्ष्मण जी कहते हैं, मैं तो उनका दास हूं। तो पूछती है, वह कौन है? लक्ष्मण जी बोले प्रभु है, समर्थवान है, कौशलपुर के राजा हैं उनसे करोगी तो रानी बनोगी और मुझसे करोगी तो दासी बनोगी। अब बोलो क्या बनोगी तो बोलती है रानी। लक्ष्मण जी कहते हैं, तो जाओ उनके पास। पहुंची राम जी के पास और कहती हैं, वह तो आपका दास है। राम जी कहते हैं, नहीं वह मेरे छोटे भाई हैं। वापस गई लक्ष्मण जी के पास। लक्ष्मण जी कहते हैं तेरा वरण वही करेगा जो लज्जा को तिनके के समान त्याग दे। इतना अपमान सुनकर विकराल रूप धारण किया। और दौड़ी सीता जी की ओर राम जी ने देखा सूर्पनखा को अपनी औरआते। लक्ष्मण जी को इशारा किया। लक्ष्मण जी ने नाक और कान काट दिए। कटा हुआ नाक कान लेकर खर दूषण के पास पहुंची। Summary पंचवटी में श्री राम का प्रवेश करते समय उनकी यात्रा का वर्णन किया गया है। रास्ते में सुतीक्ष्ण, अगस्त और सरभंग जैसे महात्मा मिले और वहां पर पंचवटी में उन्होंने अपना ठिकाना बनाया। पंचवटी में राम जी ने लक्ष्मण जी से पांच प्रश्नों का उत्तर दिया, फिर सूर्पनखा ने उन्हें भवनों की बहुतायत में घूमने के बाद अपनी प्रेम प्रसंगता जताई। उन्होंने लक्ष्मण को विवाह का प्रस्ताव दिया, जिसे उसने अपनी सेवा भाव से इनकार किया।सूर्पनखा का आतंक देखकर लक्ष्मण ने उसकी नाक और कान काट दिए। Question and Answer प्रश्न: श्री राम ने किसके साथ पंचवटी में प्रवेश किया था? उत्तर: सुतीक्ष्ण जी के साथ। प्रश्न: पंचवटी में राम जी ने किन प्रश्नों का उत्तर दिया था? उत्तर: राम जी ने ग्यान, भक्ति, माया, ईश्वर-जीव में भेद, और बैराग्य के विषय में उत्तर दिया। प्रश्न: सूर्पनखा ने क्या प्रस्ताव दिया था? उत्तर: सूर्पनखा ने श्री राम से विवाह का प्रस्ताव दिया था।